Ruchika Rai
12 Oct, 2022
फ़रामोश
अपने दिल के आईने से कैसे नजरें मिलाओगे,
एहसान फरामोश बनकर कैसे खुश रह पाओगे,
वक़्त के थपेडों से कहाँ बच सकता है कोई,
एहसान फ़रामोशी करके सुकून कहाँ तुम पाओगे।
Paperwiff
by ruchikarai
12 Oct, 2022
Microfable
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