Ruchika Rai
Ruchika Rai 18 Jul, 2022
इनायत
प्रभु तुम्हारी बस मुझ पर इतनी इनायत हो, मेरे हिम्मत को सँभाले रखना दर्द की कितनी भी आहट हो, जो मिला उसका शुक्रिया कर सकूँ सदा, जो नसीब में नही उसकी न कभी चाहत हो।

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by ruchikarai

18 Jul, 2022

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