Ruchika Rai
20 Feb, 2024
पौधों की सेवा
और वह सुबह सुबह उठकर ही पौधों को पानी देने लगती थी।
बहन ने टोका,तुम्हें और कोई काम नही क्या जो सुबह ही ये शुरू कर देती तब राधिका कहती,है क्यों नही,यह भी तो एक काम है।पौधे हमारे लिए इतने उपयोगी है तो उनकी सेवा करना हमारा फर्ज है और इस गर्मी में उन्हें पानी न दिया तो सूख जाएंगे।
Paperwiff
by ruchikarai
20 Feb, 2024
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