Ruchika Rai
29 Jan, 2024
पदचिन्ह
रेत पर पड़े हुए पैरों के निशान यह बता रहे थे कि वह उठती गिरती लहरों को देखने के लिए ही आया था,कुछ निशान जो बहाव के संग बह गए थे ये सबक दे थे कि वक़्त के बहाव के साथ बहते चलना है।जीवन रूपी समुन्द्र में दुख सुख की लहरें आती रहेंगी।
और यही सीख उसने जिंदगी से सीख लिया।
Paperwiff
by ruchikarai
29 Jan, 2024
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