Ruchika Rai
15 Oct, 2021
दशहरा
अहंकार
अन्याय
अमानवता
काम वासना
लालच
ईर्ष्या
पाखंड
द्वेष जैसे विचारों के रावण को अपने मन के अंदर से खत्म कर सदगुणों के राम को अपने अंदर विकसित करना ही दशहरा की सार्थकता है।
Paperwiff
by ruchikarai
15 Oct, 2021
Quotes
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