Ruchika Rai
Ruchika Rai 07 Oct, 2022
संजीवनी
प्यार और परवाह की संजीवनी चलो ले जाएं, बुझे हुए दिलों में आस का दीपक हम जलाएं, न स्वयं हारे हिम्मत न हारने दे कभी किसी को, कुछ इस तरह से जिंदगी का कर्ज हम चुकाए।

Paperwiff

by ruchikarai

07 Oct, 2022

Microfable

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.