Ruchika Rai
Ruchika Rai 07 Jul, 2022
मुदित
मुदित है यह मन मेरा देख के जीवन रंग, हर्ष या विषाद हो मुस्कुराहट रहती है संग, जीवन के उतार चढ़ाव से न घबड़ाये कभी, हर पल को जीयें ऐसे जैसे हो उमंग।

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by ruchikarai

07 Jul, 2022

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