Ruchika Rai
Ruchika Rai 02 May, 2022
हयात(जिंदगी)
हयात-ए -सफर में मुश्किलें मेरे बहुत आईं, तोड़ने की उसने मुझे जुगत खूब लगाई, हमने भी ये जिद ठान ली है स्वयं से की टूटना नही चाहे चोट कितनी भी हो खाई।

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by ruchikarai

02 May, 2022

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