Ruchika Rai
Ruchika Rai 05 Jan, 2024
चाय
उबलती पत्तियां ,निखरता चाय का रंग, बढ़ता जायका,हो जाता मदमस्त मन। मगर कहाँ कहीं वह चाय बनाने वाला नजर आता, जो बारहों मास उसी पटरी पर अपने जीवन के निखरने के इंतजार में, नए नए तरीके से चाय का जायका बढ़ाता।

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by ruchikarai

05 Jan, 2024

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