Ruchika Rai
16 Nov, 2022
मकतब -ए-इश्क
मकतब-ए_इश्क में धर्म की दीवारें नही बनाई जाएं,
प्रेम का सबक हो तो इंसानियत संग सिखाई जाए,
पशुता का नाश हो हर मन के अंदर से सदा ही,
कुछ इस तरह जिंदगी की खूबसूरती बचाई जाये।
Paperwiff
by ruchikarai
16 Nov, 2022
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