Ruchika Rai
02 Jul, 2022
बुजुर्ग का साया
गाँव की सीमा शुरू होते ही था वह बरगद का पेड़ जो हमारे गाँव जाने पर हमारा स्वागत करता था।सजे लटकते शाखों को पकड़कर झूलते बच्चे गाड़ी को देखते ही ताली बजा बजाकर खुशी लुटाते थे।
पिछली आँधी में पेड़ के गिरने पर सब कुछ सूना सूना सा हो गया था।
आज गाँव जाने पर जैसा लगता कि किसी बुजुर्ग का सिर सा साया उठ गया हो।
Paperwiff
by ruchikarai
02 Jul, 2022
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