Ruchika Rai
14 Feb, 2024
गुलाब और काँटे
अरे वाह,कितने कितने प्यारे प्यारे गुलाब हैं यह कहते हुए जैसे ही साधना उसे तोड़ने के लिए हाथ बढ़ाई, काँटे उसकी उंगलियों में चुभ गए।वह एकदम से चीख उठी तभी उसकी मम्मी ने कहा फूलों के संग काँटे उसकी हिफाज़त करने के लिए होते।अगर काँटे नही होते तो उसे तुम तोड़ लेती।
ठीक उसी प्रकार जैसे माँ बाप बच्चों को प्रेम करते हैं तो डाँटते फटकारते भी है ताकि बच्चे गलत मार्ग पर न जाएं।
सबकी अपनी अपनी अहमियत होती है।
Paperwiff
by ruchikarai
14 Feb, 2024
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