Ruchika Rai
Ruchika Rai 04 Nov, 2022
विसाल ए यार
विसाल-ए-यार से मिलने की चाहत बड़ी तड़पाती है, जब तक न मिलें दिल को सुकून कहाँ मिल पाती है, मिलें तो ऐसे मिलें की वर्षों बाद हमख्याल मिले, मिलन की आस जीने की वजह अक्सर दे जाती है।

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by ruchikarai

04 Nov, 2022

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