Ruchika Rai
Ruchika Rai 15 Dec, 2022
पाषाण
पाषाण को भी अपने हुनर से अगर तराशे हम, वह भी जीवंत प्रतिमा जैसी बन जाती है। हर पाषाण की किस्मत में ऐसे हुनरबाज कहाँ मिल कर उसे चमकाती है।

Paperwiff

by ruchikarai

15 Dec, 2022

Microfable

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.