Ruchika Rai
Ruchika Rai 03 Sep, 2022
हाशिया
हाशिये पर रहे जिंदगी हम तुम्हारे इम्तिहान से, अपने ही घर में रह गए सदा ही मेहमान से, अब तो मुझे मुकम्मल करो ए जिंदगी अपने संग में, थक गई हूं सदा ही मैं अपने ख़्यालात से।

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by ruchikarai

03 Sep, 2022

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