Ruchika Rai
Ruchika Rai 25 Jun, 2022
घमंड
मिट्टी का शरीर एक दिन मिट्टी में मिल जाना है, फिर ये कैसा चलता घमंड का ताना बाना है समय की चक्र में उलझे हैं सब कुछ ऎसे, कितना भी घमंड हो नही कोई ठिकाना है।

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by ruchikarai

25 Jun, 2022

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