Ruchika Rai
Ruchika Rai 30 Jun, 2022
कलंक
कलंक का दाग इंसानियत पर मत लगाओ, मानवता को तुम शर्मसार मत कर जाओ, आ सको अगर किसी के काम तो सदा ही, रोती आँखों को निःस्वार्थ भाव से तुम हँसाओ।

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by ruchikarai

30 Jun, 2022

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