Ruchika Rai
Ruchika Rai 01 Jul, 2022
हसरत
हसरत ए जिंदगी कहाँ कभी पूरी होती, शौक़ ए दिल सदा ही यारों अधूरी होती, फिर भी मुस्कान होठों पर सजाया हमने, खुशियाँ सदा ही स्वयं के सोच से जुड़ी होती।

Paperwiff

by ruchikarai

01 Jul, 2022

Microfable

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.