Ruchika Rai
01 Aug, 2022
उड़ान
ऋचा उस रोप वे से जाती हुई महसूस कर रही थी कि वह हवाओं में उड़ रही है,बचपन से उसे चाहत थी पंक्षियों की तरह उड़ने की।
ऊपर से नीचे की तरफ झाँकने पर उसे लगा सब छोटे छोटे हो गए हैं और वह खूब बड़ी जो नभ को छू लेगी,यह एहसास उसके अंदर जोश भरे हुए था।
Paperwiff
by ruchikarai
01 Aug, 2022
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