Ruchika Rai
17 Oct, 2022
मेरा मौन
विचारों के अनवरत प्रवाह में उलझा है मेरा मौन,
अनुत्तरित प्रश्नों का है जाल इसको समझे कौन,
अनेकों तूफानों के इसने अपने अंदर समेटा है,
किससे कहे कौन इसको शोर से रोका है।
Paperwiff
by ruchikarai
17 Oct, 2022
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