Ritika Bawa Chopra
Ritika Bawa Chopra 01 Mar, 2021
इंतज़ार
सूरज की पहली किरण देखे, ज़माना हुआ मुझे, उजाले से दिल दूर, जाने हुआ कबसे, रातों को देर तक जागना, बस आदत सी हो गई है मुझे, चाँद से बातें करना, जाने क्यों अच्छा लगता है मुझे? शायद वो भी मेरी तरह तन्हा है, इसलिए बस उसी का इंतज़ार रहता है मुझे!

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by ritikabawachopra

01 Mar, 2021

इंतज़ार

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