Ritika Bawa Chopra
25 Feb, 2021
दिल में रोज़
दिल में रोज़ एक दर्द सा उठता है,
तेरी यादों का जैसे तीर सा चुभता है,
तेरे यूँ चले जाने से जैसे बिखर गया सब,
हर सपना जैसे टूट गया अब,
क्यों तेरे बिना जीना होगा अब,
कैसे समझाऊँ खुद को अब,
जाने क्यों इतना बेरहम हो गया रब!
Paperwiff
by ritikabawachopra
25 Feb, 2021
दिल में रोज़
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