कुछ दिनों से आप गर्दन के पिछले हिस्से में दर्द महसूस कर रहे है। ये दर्द गर्दन से होता हुआ कभी कभी कन्धे, बाजू या छाती तक पहुँच सकता है।गर्दन को हिलाने पर लगता है पूरा ब्रह्मांड घूम गया हो, चक्कर आना या अंधेरा छाना भी महसूस करते है तो आप सर्वाइकल से पीड़ित है।ये बीमारी केवल बुजुर्गो में नही बल्कि आज को आधुनिक जीवन शैली के कारण कम उम्र के बच्चो में भी दिखने लगी है।पूरे दिन कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल पर बैठे रहना इसका एक बहुत बड़ा कारण है।जब आपको गर्दन और कंधों मे अकड़ाहट महसूस होने लगे तो सचेत हो जाए,अभी उपाय कर ले अन्यथा स्थिति गम्भीर हो सकती है।
सर्वाइकल से कैसे बचें
.बढ़ती उम्र में अपने खानपान का ध्यान रखे, एक्टिव रहे।.अगर कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल पर ज्यादा समय तक रहना आपकी मजबूरी हो तो बीच बीच मे छोटे छोटे ब्रेक लेते रहे।.सोते समय बहुत ऊंचे तकिये का प्रयोग ना करें, तकिये की सपोर्ट केवल गर्दन पर ना होकर कन्धे तक होनी चाहिए।
.आगे बताई जाने वाली एक्सरसाइज केवल सर्वाइकल होने पर नही बल्कि एहतियात के तौर पर भी की जा सकती है, जिन्हें बच्चे बुजुर्ग सब कर सकते है।.ज्यादा देर तक गर्दन झुकाने वाले काम जैसे सिलाई, कढाई, गेहूं, चावल या दाल साफ करना।
सर्वाइकल में करे isometric एक्सरसाइज
सबसे पहले बता दु की ये एक्सरसाइज सर्वाइकल होने से रोक सकती है, पर सर्वाइकल हो जाने पर केवल सपोर्टिंग हेल्प की तरह काम करती है।इसका मतलब ये है कि इन एक्सरसाइज से आप अपने गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर गर्दन की हड्डी को मिलने वाली सपोर्ट को बढ़ा सकते है।लगातार और नियम से करने पर आपको सर्वाइकल में आने वाले चक्करो से मुक्ति मिल सकती है।ये एक्सरसाइज किसी अच्छे physiotheripist से सीखकर घर पर कंटिन्यू कर सकते है।
चेयर पर बैठ जाए, कमर सीधी रखें अब एक्सरसाइज शुरू करे।
1-सबसे पहले अपनी गर्दन पर हॉट पैक से कम से कम 15 से 20 मिनट सिकाई करें।
2-अब अपनी गर्दन को दाँये बांये और पीछे की तरफ हल्का सा खिंचाव दे और कुछ सेकंड तक रोक कर रखे।
3-हर पोजीशन में ये खिंचाव कम से कम 4 से 5 बार दे। पर ध्यान रखे गर्दन आगे की तरफ बिल्कुल ना झुकाए।
4-अब अपनी हाथ की हथेली को अपने माथे पर रखे, गर्दन को सीधे रखते हुए, माथे से अपनी हथेली पर दबाव दे। साथ साथ हथेली से माथे पर दबाव दे।
5-इस दबाव को 6 सेकंड तक रोके और ढीला छोड़ दे। इसी प्रकार कम से कम 6 से 10 रिपीटेशन करें।
6-इसी प्रकार हथेली को एक बार दांयी कनपटी पर और फिर बांयी कनपटी पर रखकर 6 सेकंड तक दबाव दे और ढीला छोड़ दे।इस प्रकार तीन एक्सरसाइज होंगी, हर एक्सरसाइज में 6 सेकंड के 6 से 10 रिपीटेशन होंगे।अब कुछ देर रिलैक्स होकर बैठ जाए।
7-अब खड़े होकर दोनो हाथो को सर के पीछे बांध लें ,
अब दोनों कोहनियां बाहर की तरफ होंगी। दोनो कोहनियो को आगे पीछे स्ट्रेच करे इससे मसल्स को बहुत आराम मिलेगा।
8-अब हाथो को खोल ले और खड़े हुए ही कन्धों को गोलाई में घुमाए, हाथो को ऊपर नीचे ले जाए। इस एक्सरसाइज से कन्धों के जोड़ में फ्लेक्सिबिलिटी आएगी जिससे दर्द में आराम मिलेगा।अगर आप लगातार ये एक्सरसाइज करेंगे तो सर्वाइकल के लक्षणों में कमी आएगी और आपको डॉक्टर के क्लीनिक के चक्कर कम लगाने पड़ेंगे।
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