याद

विदेशों में बसे बेटे या बेटी जो भूल गए देश की मिट्टी को

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rekha shishodia tomar
rekha shishodia tomar 23 Jan, 2020 | 0 mins read

"दिव्या तुम यहाँ लंदन में?,मुझे किसी ने बताया भी नही"

"क्या बताते भईया,?और किसे बताते?उसे जो विदेश आकर सबको भूल गया.

"मैं बिज़ी हो गया था"

"2 साल भईया, 2 साल से कैसे बिज़ी थे जो माँ को अपनी आवाज़ के लिए तरसा दिया तुमने.."

"तू यहाँ क्या कर रही है"?

"कम्पनी की तरफ से जॉब मिली है यहाँ पर"

"हा हा हा अब देखता हूँ तू कितना याद करेगी सबको..यहाँ का नशा ही कुछ ऐसा है।

"मुझे किसी की याद नही आ रही"

"जानता था, यही होता है"

"नही, मैं मम्मी पापा को साथ लेकर आई हूँ"

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