वो आईने के सामने खड़ी थी तभी फोन बजा "गुडमार्निंग माम्, एक बात पूछनी थी कि घरेलू हिंसा के तहत क्या केवल मार पिटाई आती है"?
"नही, किसी महिला का शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, मौखिक, मनोवैज्ञानिक या यौन शोषण किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाना जिसके साथ महिला के पारिवारिक सम्बन्ध हैं, घरेलू हिंसा ही माना जाएगा।"
"थैंक्यू सो मच माम्, आप वाकई बहुत अच्छी वकील है, आपके साथ इंटर्न बनकर काम करना सौभाग्य है मेरा"
फोन रखकर वापस आईने में देखने लगी बाहर कुछ शोरशराबा था..तभी दरवाजा पीटने की आवाज़ आई कितनी देर और है, जैसी हो वैसी ही लगोगी.. चेहरा पोतने से कुछ नही होगा..चिल्लाहट, बड़बड़ाहट में बदल गई.."ना घर मे किसी काम की है..ना बिस्तर में..
आँसुओं ने मेकअप की परत हटा दी थी..वो फिर जुट गई अनकहे घावों को छिपाने में...
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