कहते है बच्चे की पहली सर्दी, गर्मी और बरसात ठीक ठाक निकल जाए, मतलब बच्चा बीमार ना हो तो वो आगे जल्दी से कभी बीमार नही होता।
तो आज मैं आपको बताऊँगी ऐसे ही मेरे आजमाए हुए कुछ तरीके जो आपके बच्चे की इम्युनिटी बढाएंगे।
शुरुआत करते है बाहरी रूप से इम्युनिटी बढ़ाने की तो इसके लिए हम अलग अलग मौसम के हिसाब से नियम बनाए
गर्मियों में क्या करे
रात को बच्चे को सीधे पंखे के नीचे ना सुलाए, A C का तापमान 24 से 26 के बीच रखे। इसका बच्चे की इम्युनिटी पर क्या फर्क पड़ता है वो बहुत बड़ा टॉपिक है।
कभी विस्तार में बताऊँगी। सुबह जब बच्चा सोकर उठे, तो कितनी भी गर्मी हो उसे उठने के तुरन्त बाद डायरेक्ट धरती या फर्श के सम्पर्क में आने दे। मतलब उसे बिना चादर के नीचे ना लिटाए, ना बिठाए।
नहलाते समय पानी सबसे पहले पैरों पर डाले, सीधे सर पर नही, नहलाने के तुरन्त बाद पंखे या A C में ना लेकर आए।
नहलाने से पहले पूरे शरीर की हल्के हाथ से मालिश करें, मालिश के लिए गर्मियों ने नारियल तेल सबसे बेहतर है।
मालिश के कम से कम आधा घण्टा बाद नहलाएं।
गर्मियों में आहार
गर्मियों में सूखे मेवे रोज ना दे, पिस्ता काजू तो बिल्कुल ना दे। केवल एक या दो रात भर भिगोए हुए बादाम और किशमिश काफी है।
सब्जियो की वैरायटी बहुत लिमिटेड होती है तो सभी प्रकार के मौसमी फल खिलाए, केवल मौसमी फल।
ज्यादा गर्म चीज़े खिलाने से परहेज करे। दिन में दोपहर के समय मट्ठा, दही या चावल जरूर दे।
अंडे भी सीमित मात्रा में खिलाए। 8 महीने की उम्र तक बच्चे को केवल अंडे का पीला भाग यानी पीली जर्दी दे।
उसके बाद पूरा अंडा दिया जा सकता है, अंडे को उबालकर, आमलेट के रूप में या भुर्जी के रूप में दिया जा सकता है
सर्दियों में क्या करें
बच्चे को जरूरत से ज्यादा कपड़े पहनाकर ना सुलाए। कितनी भी ठंड हो पैरों में मोजे और सर पर गर्म कैप पहनाकर बच्चे को ना सुलाए।
इसकी जगह कॉटन के बने कैप का इस्तेमाल करें।
सुंबह उठने के बाद बच्चे को तुरन्त ना तो बिस्तर से निकल कर खुले में ले जाए, ना ही बच्चे को नहलाएं।
सर्दियो में नहलाने से पहले मालिश ना करें, बच्चे को ठंड लग सकती है।
गुनगुने पानी मे नहलाएं और तिल का तेल नहलाते समय पास में रखे। नहलाने के तुरन्त बाद जल्दी से बच्चे की छाती व कमर पर तिल का तेल मलकर कपड़े पहना दे।
नाभि में सरसों का तेल लगाएं। बच्चे के सोने पर नाक में गाय का घी लगाए। बच्चे की इम्युनिटी बेहतर होगी।
सर्दियों में आहार
रात को दूध में अश्वगंधा एक या आधा चम्मच मिलाकर दे..हल्दी छोंक कर भी दे सकते हैं। बच्चे को week में 4 से 5 दिन आँवला जरूर दे,आंवला कैंडी के रूप में दे सकते हैं।
सूखे मेवे जैसे अखरोट,बादाम,किशमिश(काली,हरी)डेट्स, मखाने, भुना चना,गुड़,।।विंटर में किशमिश,बादाम अखरोट को भिगोना जरूरी नही है, पर धोकर ही खिलाए।मखाने भूनकर रख ले।
अगर आपके घर तुलसी का पौधा है तो बड़े बच्चे को रोज एक पत्ता और छोटे बच्चे को आधा पत्ता खिलाए.. चबवाना नही है निगलवाले पानी से।।अजवायन व अदरक पानी मे उबालकर एक बूंद शहद मिलाकर दिन में 3-4 बार दे।
ये छोटे छोटे उपाय बच्चे को अंदर से मजबूत बनाकर हर बीमारी से लड़ने की ताकत देंगे।
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