सौंदर्य झांक रहा है....................

सीशा भी जिससे शर्मा जाएं, उसे देख हर कोई हैरान हो जाए, बड़ा वक्त लेकर बनाया है उसे, जिसे देख चांद भी शर्मा जाए.

Originally published in hi
❤️ 0
💬 0
👁 623
rashi sharma
rashi sharma 10 Sep, 2022 | 0 mins read

दर्पण के सामने इठलाता है, कभी उसी से शर्माता है,

देखते रहते है खुद को इस कदर कि सीशा भी कई बार परेशान हो जाता है,

गुरूर भी है और सुन्दरता का सुरूर भी, इतराते फिरते है जैसे हम जैसा कोई नहीं,

कोई झूठ भी कहता है तो सच लगता है,

इस दौर में खुद पर ही घमण्ड़ होता है,


सौंदर्य को भी पता है कि एक दिन उसकी नज़ाकत ढ़ल जाएगी,

झुर्रियों का आगमन होगा और नज़र भी धीमी पड़ जाएगी,

लेकिन तब तक वो जीना चाहती है, हर शय पर अपनी परछाई चाहती है,

ख्वाहिश है उसकी विश्व में सुन्दरता का खिताब पाने की,

कुछ समय के लिए ही सही इतिहास में नाम दर्ज कराने की.


0 likes

Support rashi sharma

Please login to support the author.

Published By

rashi sharma

rashisharma

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.