कोशिश करों, कोशिश करों रहने जाए कोई मलाल इसलिए जतन करों,
शायद किस्मत को हम पर रहम आ जाएं, सफलता भी इस बार हमारी चौखट पर रूक जाए,
उस दिन शायद सारी थकान उतर जाएं, जिस दिन हम कुछ बन जाएं,
ज़िन्दगी को मनाने के लिए गुरूर से तौबा कर ली,
रहना जाए कोई कमी इसलिए शांति से दोस्ती कर ली,
दिन - रात बैठ कर अपने मुकद्दर का इंतज़ार करते है,
बंद दरवाज़ा देख लौट ना जाए कहीं इसलिए नींद से समझौता करते है,
कहने और सुनने में मलाल शब्द अच्छा लगता है, कितना जानकार है उर्दू का इससे पता चलता है,
जिस पर बितती है उससे पूछों असफलता के बाद ऐ मलाल जीने नहीं देता है,
एक बार और कह कर हर बार खुद को सपनों के पास ले जाते है,
डूब जाते है हम उसमें मगर उबर नहीं पाते है.
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