rashi sharma
rashi sharma 16 Jul, 2022
कुछ ऐसा हो.............
ना बात बुरी लगे, ना जज़्बात छुपाने पड़े, गम हमारा हो, और इंसानियत की आँख से आँसू आने लगे.

Paperwiff

by rashisharma

16 Jul, 2022

साथी भी साथ भी......................

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.