Rajeev Kumar
Rajeev Kumar 16 Oct, 2022
फसलें पड़ी बीमार
सांझ की बेला मेघों का मेला आज जाये बरस धरा गयी तरस . फसलें पड़ी बीमार वर्षा का हो प्रहार यही विनती बारम्बार मेरे प्रभु दयाल .

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by rajeevkumar

16 Oct, 2022

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