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क्या चिंटू ने तुमसे उपहार मांगा था

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Ragini Ajay pathak
Ragini Ajay pathak 25 Dec, 2020 | 1 min read
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" सांता कल आएंगे ,खूब तोहफे लाएंगे तभी चिंटू की नजर अपने पापा पर गयी उसने अपने पापा से कहा "

पापा पापा कल सांता आने वाले है कल तो क्रिसमस है आज ऑनलाइन क्लास में टीचर ने बहुत मस्ती करायी, डांस , गेम ,सॉन्ग, वीडियो दिखाए और कहा की आप एक पेपर पर अपनी विश लिख दो आपको जो भी सेंटा से चाहिए, और जब आप सब स्कूल आओगे तो टीचर सबको हग करेगी और सरप्राइज गिफ्ट देगी"" छ:साल का चिंटू अपनी ऑनलाइन क्लास में हुए क्रिसमस सेलिब्रेशन की बात खुश होकर अपने पापा राजेश से बताये जा रहा था।



जवाब में राजेश हुँ .....हुँ करते हुए मोबाइल देख रहे थे


तभी चिंटू ने मोबाइल अपने पापा के हाँथ से लेते हुए बोला ये क्या पापा आप मेरी बात नही सुन रहे बस दिनभर मोबाइल में लगे रहते हो ऑफिस से आकर


"चटाक!ये क्या तरीका था चिंटू तुमने मेरे हाँथ से मोबाइल क्यों छीना,ये कोई तरीका होता है बड़ो से पेश आने का , बदतमीजी सीखते जा रहे हो दिन पर दिन , तुम्हे गिफ्ट चाहिए तो सीधा बोलो कल लाकर दे दूंगा, और कोई सेंटा नही होता जो लिख देने से विश पूरी कर देता है समझे, उसके लिए मेहनत करनी होती है जैसे मैं करता हूं तब पैसे आते है और तुम सब के शौक पूरे होते है।" चिंटू गाल पर हाँथ रख कर रोता हुआ दूसरे कमरे में आकर बैठ गया।


चिंटू का रोना सुनकर उस की मम्मी रूपल भागती हुई कमरे में आयी। "चिंटू क्या हुआ बेटा आप रो क्यों रहे हो? "


"नही बोलूंगा वरना आप भी पापा की मारोगी तो," -चिंटू


"नहीं मैं क्यों मारूंगी अपने प्यारे से बेटे को मेरा बेटा तो मम्मी की कितनी हेल्प करता है,छोटी बेबी की भी केअर करता है। अब बोलो ना क्या हुआ? वरना छोटी बेबी जग जाएगी और कहेगी अरे ये क्या मेरा बिग ब्रो तो रो रहा है।" गले लगा के गोदी में बिठाते हुए रूपल ने प्यार से पूछा तो चिंटू ने बड़ी मासूमियत से सारी बात बता दी। और सो गया।


दोनो बच्चों को सुलाकर रूपल हॉल में आयी जहाँ राजेश ने टीवी तो चला रखी थी लेकिन साथ मे मोबाइल भी हाँथ में लिए ऑनलाइन बिजी थे।


तब रूपल ने कहा"राजेश तुमने चिंटू को क्यों मारा?"


बदतमीजी करेगा तो मार खायेगा ही, आखिर पिता होने के नाते मेरा फर्ज है कि उसको सही दिशा दिखाऊँ, तुम अब उसकी ज्यादा तरफदारी करके बिगाड़ो मत समझी, राजेश ने कहा


"अच्छा!क्या बतमीजी की उसने यही ना कि तुम उसकी बात नही सुन रहे थे तो उसने तुम्हारे हाँथ से मोबाइल छीन लिया-"रूपल ने कहा


सब जान रही हो तब क्या मुझसे पूछ रही हो, इतने सारे खिलौने ला कर रखे है घर मे टैब से लेकर लेपटॉप तक है जाए वीडियो गेम खेले कार्टून देखे तो बेकार में परेशान क्यों करना, उसको कल के लिए गिफ्ट चाहिए था इसलिए उसने ये सब किया"- राजेश


"अच्छा उसने तुमसे कहा कि उसकोतुमसे गिफ्ट चाहिए" रूपल ने कहा


"तो तुम ही बता दो की क्या सेंटा लाकर देगा गिफ्ट" हम्म कहते हुए राजेश मोबाइल में लगे रहे


तब रूपल ने कहा"राजेश पापा जी का फोन आया था उनको तुमसे बात करनी थी"


"ठीक है कल कर लूंगा"-राजेश


राजेश ये लो पेपर ये वो पेपर हैं जिस पर चिंटू ने अपनी विश लिखी है। और एक बात एक दिन तुम भी अपने पापा की तरह चिंटू के फोन का वेट करते रहोगे और वो बिजी हो गा, आज उसके बचपन मे तुम्हारे पास उसके लिए समय नही तो कल तुम्हारे बुढ़ापे में उसके पास तुम्हारे लिए समय ना हो, फिर लगे रहना इन गैजेट्स के साथ जैसे आज पापा को घुटन होती है,तुमको अपना बचपन अपने पिता के साथ नही याद क्योंकि उन्होंने पैसे कमाने के चक्कर मे बच्चो के साथ समय नही बिताया जिसकी शिकायत तुमको आज भी रहती है, और अब तुम भी वही गलती कर रहे हो। बच्चे का मन छोटी छोटी खुशियों से ही खुश हो जाता है उनको तुम्हारे महंगे खिलौने नही चाहिए होते है, उसने तुम्हारा प्यार और अटेंसशन पाने के लिये ये सब किया, खैर तुम ना समझना चाहो तो तुम्हारी मर्जी, मैं चली बच्चो के पास और तुम वक़्त रहते सुधर गए तो ठीक वरना जैसे आज अकेले बैठे हो वैसे ही आने वाले कल में भी तुम अकेले ही बैठे रहोगे फिर किसी को दोष मत देना"इतना कहकर रूपल वहाँ से चली गयी।


गुस्से में राजेश पेपर फेकने जा रहा था कि उसके हाँथ एकाएक रुक गए, उसने पेपर खोल कर पढ़ा तो उसके आंखों में आंसू आ गए क्योंकि आज से कुछ साल पहले उसकी भी यही भावनाए और चाहत थी।


उसने लेटर अपने पर्स में रखा किसी से फोन पर बात की और सोने चला गया।अगले दिन सुबह सुबह ही राजेश बाहर चला गया।


चिंटू सो कर उठा तो रूपल ने उसे मैरी क्रिसमस विश किया उसने भी अपनी 2 महीने की बहन और रूपल को क्रिसमस विश किया लेकिन उसकी नजरें तो राजेश को ढूंढ रही थी मन उदास था रूपल समझ रही थी लेकिन कुछ कर नही सकती थी , तभी डोर बेल बजी तो चिंटू भागकर दरवाजा खोलने गया। और जोर से शोर मचाया मम्मा सेंटा आये है हमारे घर में,


रूपल बेटी को लेकर आयी तो देखा राजेश सेंटा बनकर आये थे, चिंटू को राजेश ने जैसे ही गोद मे लिया वो जोर से खुशी में बोल पड़ा...... येह..... ये तो मेरे पापा है चिंटू अपने पापा के गले लगकर बहुत खुश था और राजेश भी ।


पापा आपने तो मुझे बिग सरप्राइज दे दिया,।


अभी तो और भी सरप्राइज बाकी है बेटा,आज हम दिनभर मस्ती करेंगे हम सब आज साथ साथ डांस करेंगे ,गेम खेलेंगे और खूब सारी मस्ती जो जो आप चाहते हो सब कुछ आज पापा का पूरा समय आपका आज मैं आपकी सब बात मानुगा,।


चिंटू का बाल मन खुशी में बोल पड़ा" थैंक यू सेंटा एंड माई पापा सेंटा आल्सो मेरी विश पूरी करने के लिए।""


मैरी क्रिसमस टू आल


प्रियपाठकगण इस बार क्रिसमस पर महंगे उपहार नही अपनो को अपना प्यार और साथ ,सम्मान दीजिये।

उम्मीद करती हूं मेरी ये रचना आप को पसन्द आएगी।

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Ragini Ajay pathak

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