poem

motivational poem...

Originally published in hi
Reactions 0
663
Raghvendra Sharma
Raghvendra Sharma 09 May, 2020 | 1 min read

तू चल, तू बढ़, तू निकल,

कर रहा है, तू किसका इंतजार,

आएगा न तेरा कोई मददगार,

तू है तो बस तेरे हवाले ।।

तुझे आगे है बढ़ना,

इस कठिन राह पर है चलना,

जब तू एक कदम बढ़ाएगा,

हो सकता है, अगला तेरा साथ निभाएगा।।

तूने जो 'लक्ष्य' है साधा,

पाने के लिए उसको, करना पड़ेगी पार हर बाधा,

बस तुझे ढूंढना है, तेरा 'आत्म-विश्वास' ,

इसके सहारे हर मुश्किल से हो जाएगा तू पास।।

तुझे क्यों है, किसी का डर,

जब तेरे साथ है, स्वयं 'ईश्वर' ,

केवल तेरे चलने की है देरी,

कामयाबी तो अगले पड़ाव पर है ठहरी।।

बस रखना तू इतना ध्यान,

जब हासिल हो जाए मुकाम,

तू कभी 'घमंड' ना करना,

वरना मुश्किल हो जाएगा,

तेरा 'शिखर' पर टिकना।।

 

0 likes

Published By

Raghvendra Sharma

raghvendra

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.