mother

on the occasion of mother's day...

Originally published in hi
Reactions 1
573
Raghvendra Sharma
Raghvendra Sharma 09 May, 2020 | 0 mins read

तूने मुझे बड़ा किया,

मुझे पैरों पर खड़ा किया।

तेरी ममता का कैसे कर्ज चुकाऊं,

आशा है मुझे, कि मैं अपना फर्ज निभाउं।

तेरी ममता से ही पाया, मैंने ये जीवन सारा,

जब भी घेरा मुसीबत ने मुझको, मैंने केवल मां पुकारा।

आवाज सुनते ही, तू दौड़ी चली आई,

और फिर तूने मुझे सही राह दिखाई।

तेरी बताई हुई राह पर, मैं बढ़ता गया,

कामयाबी की सीढ़ियाँ चढ़ता गया।

तेरी ममता को, शब्दों में क्या बयां करूं,

तेरे लिए तो मैं सदा ही बच्चा हूँ,

और दुनिया में सिर्फ मैं और मैं ही तेरे लिए अच्छा हूँ।।

1 likes

Published By

Raghvendra Sharma

raghvendra

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.