काश!

बृज भाषा में काश का अर्थ

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Radha Gupta Patwari 'Vrindavani'
Radha Gupta Patwari 'Vrindavani' 13 Jun, 2020 | 1 min read

काश! जे काश शब्द बड़ो ही अनोखो शब्द है।जे काश शब्द हम सबनकी इच्छान से संबंधित हैवे है।जैसे ऐसो हेतो या ऐसो न होतो से जुड़ो है।काश शब्द हमारे अवचेतन मन ते जुड़ो है।हमारी आधी-अधूरिन इच्छा जो समय रहते पूरी न हैं सकीं वह काश हैंवे।दूसरै शब्दन में कहैं तो हमारी कल्पना शक्ति ही काश हैवे।

जो हम कछु जीवन मेंं पानो चाहते या जो हमारे लिये असंभव है वह सब काश हैवे।हमें काश पर ध्यान ना देकै अपने करम पे ध्यान रखनो चाहिए।काश तो कुछ भी है सके पर संतोष धन अति उत्तम धन हैवे।काश में लालसा हैवे जबकि संतोष में सुख हैवे।काश मन से जुड़ो हैवे और जै काश कभी संतुष्ट न हे सकै।जा दिना काश संतुष्ट है जावे वा दिना कोई भी कर्म के प्रवृत्त न हैगो।

धन्यवाद

राधा गुप्ता 'वृन्दावनी'




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radhag764n

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