स्वच्छ सुंदर धरा को तुमने यह कर दिया,
अपनी बर्बादी की कहानी खुद ही गढ़ ली,
फेंंक कचरा के इस सुंदर जहाँँ का स्वरूप,
रूप-रंग को ही बिगाड़ दिया।
रहते वक्त नहीं हो चेते तो,
अभी तो एक ही कोरोना से धरती काँपी है,
सोचो भविष्य में और कितने कोरोना तैयार बैठे होंगे,
मत फैंको कूड़ा करकट,पॉलीथिन के टुकड़े,
हरी-भरी रहने दो धरती अपनी,
बहने दो स्वच्छ निर्मल जल
आओ अब इक प्रण करे हम
धरा बचाएं,पशु-पक्षी बचायें
और स्वयं को भी निरोगी
बनायें।।
Comments
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अति सुन्दर
जी धन्यवाद
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