नवीन वर्ष

यह कविता नव वर्ष पर लिखी है....सृष्टि में नव परिवर्तन आते हैं उन्हें सहजता से अपनाना चाहिए।

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Radha Gupta Patwari 'Vrindavani'
Radha Gupta Patwari 'Vrindavani' 23 Jan, 2021 | 1 min read
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नव वर्ष, नव हर्ष, नव रंग, नव तरंग।

नव रस, नव मनस, नव संग, नव उमंग।।

नव शुभ,नव लाभ, नव रिद्धि, नव सिद्धि।          

नव पीत, नव रीत, नव जीत, नव विधि।।

नव आमोद, नव प्रमोद, नव भव, नव प्रभव।

नव संकल्प, नव विकल्प, नव भाव, नव भव।।

नव युक्ति, नव नियुक्ति, नव शक्ति, नव भक्ति।

नव रात्रि, नव यात्री, नव सुरंग , नव मुक्ति।।

नव रत्न, नव प्रयत्न, नव चित्त, नव राह।

नव रक्त, नव व्यक्त, नव बिरंग, नव चाह।।

धन्यवाद

राधा गुप्ता 'वृन्दावनी'




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Radha Gupta Patwari 'Vrindavani'

radhag764n

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