गंगा सागर के बारे में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है काए-"सारे तीरथ बार बार,गंगा सागर एक बार।"
गंगा सागर की यात्रा बड़ी कठिन मानो जायो करतो।पुराने समै में जो गंगा सागर के दरशन कर लेतौ वो भाग्यशाली मानों जायो करतो। सागर भारत के बंगाल के अंंतिम छोर बंगाल की खाड़ी के किनारे बसो है।बड़ो ही सुंदर जगाह है।साल में एक बार संक्रांति कूँ इयाँ खूब बड़ो मेलो लगै है।भारी भीड़ इकट्ठी है जावे।ल़ग-लुगाई,छोटे छोटे बालक हूँ यहां गंगा मैया में डुबकी लगावेंं कू्ँँ आवेंं हैं और अपने जीवन कूँ धन्य समझे हैं।
गंगा सागर जावैं के ताईं सभी बड़े स्टेशन ते कोलकाता-हावड़ा-सियालदह स्टेशन के लै आपकूँ ट्रेन मिल जायेगी। कोलकाता ते आप गंगा सागर अपनी गाड़ी बुक करकै या वहां से बस के साथ भी जाए सको हो।वहां ते स्टीमर से आप गंगा सागर पहुंच सको हो।
गंगा सागर बहौत से मंदिर है पर जो मुख्य मंदिर कपिल मुनी कौ मंदिर है।यह मंदिर बहौत ही सुंदर बनौ है।
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राधे राधे
राधा गुप्ता
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