तुम क्या समझो , तुम क्या जानो, क्या प्यार है
आग भी है , दरिया भी है , राजा भी है , रंक भी प्यार है ।
आशिक का कलंक प्यार है , किसी के इश्क में फ़ना होना प्यार है
मय का सरूर प्यार है , हुस्न का ग़रूर प्यार है ।
इश्वर की लगन प्यार है , दिल की अगन प्यार है
मानव का इतिहास प्यार है , शब्दों की मिठास प्यार है ।
बरखा का मेघ प्यार है , रिमझिम बारिश सावन का प्यार है
सुखे पत्ते पतझड़ का प्यार है , हरियाली बसंत का प्यार है ।
किसी पर सब कुछ लुटाना प्यार है, पागलपन की हद तक जाना प्यार है
परवाने का शमां संग जलना प्यार है, भंवरे का कली में बंद हो जाना प्यार है ।
निस्वार्थ सेवा - भावना प्यार है, ग़र बांटो किसी का दु:ख- दर्द वो प्यार है
किसी की निगाहों में खुद को ढुंढना प्यार है , किसी को पाने के लिए
खुद को खो देना प्यार है , प्यार तो सिर्फ प्यार है ।
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