prem bajaj
prem bajaj 26 Apr, 2022
अहम
ए इन्सान हो कर के अहम में अंधा क्यों किसी गरीब को सताता है, ग़रीब की आह से तो ईश्वर भी घबराता है, मन दुखा कर गरीब का कोई भी चैन से ना रह पाता है

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by prembajaj

26 Apr, 2022

अहम

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