Preeti Agrawal
24 Sep, 2022
शीतल और चंचल
पानी जैसा शीतल हो मन,
कभी हो चंचल तो कभी शांत बन
यूँही खूबसूरती से बहता रहे...
और स्पष्टता से...
जीवन की गहराई को समझता रहे!
Paperwiff
by preetiagrawal
24 Sep, 2022
Quote - पानी जैसा मन
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.