2020 तेरे साथ यादों का सफर कुछ खट्टा सा रहा,
अपनों को खोने का दुख भी इस वर्ष भरपूर सहा,
अच्छा ना होने के बावजूद तू कुछ तो सिखा ही गया,
दिखावटी जीवन से अपनेपन का एहसास दिला ही गया,
सबको साथ लेकर फिर भी कही हमें तन्हा कर गया,
बहुत अरमानों को गम में बदल गया,
2021 तेरा तहेदिल से स्वागत करती हूँ,
2020 में घटी यादों से भी मैं डरती हूँ,
नए वर्ष में मैं तुझसे एक ही प्रार्थना करती हूं,
सारी उम्मीदों को इस वर्ष मेरी पूरी कर देना,
2021 वर्ष को सारी खुशियों से भर देना।
@पूनम चौरे उपाध्याय
मौलिक, स्वरचित
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Well penned 👏
Thanku sonia ji
Please Login or Create a free account to comment.