पति बोला,मुझे कल ऑफिस जल्दी जाना है,
सो जाओ प्रिये,सुबह नाश्ता जो पकाना है।
बच्चे बोले माँ, हमें भी तो स्कूल जाना है,
सो जाओ माँ, सुबह होमवर्क बहुत कराना है।
सास बोली बहु,मुझे भी कल ही मंदिर जाना है,
सो जाओ बहु, प्रसाद में मुझे हलवा भी चढ़ाना है।
एक पत्नी,एक माँ, एक बहु के रूप में एक नारी,
ना जाने कितने किरदार निभाती है।
सो तो मैं भी जाऊँ,
पर कल की चिंताएं सताती है।
वो सोचती है अब तो,उसी दिन मुझको सुकून भरी नींद आएगी,
जिस दिन एक नारी की अहमियत,इस दुनिया को समझ आएगी।
पूनम चौरे उपाध्याय
Comments
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Nice
Very nice
Thanks sonia ji and sonnu ji
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