"फुर्सत के पल"

फुर्सत के पल

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Poonam chourey upadhyay
Poonam chourey upadhyay 02 Jan, 2021 | 0 mins read
Time Peace Me time

अब कहाँ जाकर ढूंढे वो फुर्सत के पल,

जो बचपन में मिला करते थे,

दोस्तों के साथ वो खुशी के पल,

उनके साथ बिताएं हुए हँसी के पल,

कितनी फुर्सत थी ना उस वक़्त,

ना काम की चिंता,ना घर की चिंता,

ना पढ़ाई की चिंता,ना नौकरी की चिंता,

ना घर से जल्दी जाने की चिंता,

ना घर में जल्दी आने की चिंता,

काश वो फुर्सत फिर से मिल जाये,

सिर्फ कुछ पलों के लिए ही सही,

सिर्फ एक दिन क्या एक पल ही मिल जाये,

एक बार फिर जी लूँ मैं खुद के लिए ही सही।

@पूनम चौरे उपाध्याय

मौलिक, स्वरचित

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Poonam chourey upadhyay

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