Poonam chourey upadhyay
08 Dec, 2020
बढ़ते कदम
मेरे बढ़ते कदम चलते चलते कभी रुक भी जाते थे,
क्योंकि बढ़ते कदमों को था,असफल होने का डर,
सफल नहीं हुई तो चार लोग क्या कहेंगे बात का डर,
पर मैं उन कदमों को समझाती थी,
कि रास्ते में आने वाली कठिनाइयों से कभी ना डर,
बस अपनी मेहनत कर,और असफलताओं का डटकर तू सामना कर।
Paperwiff
by poonamchoureyupadhyay
08 Dec, 2020
डर
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