बेपरवाह सी मैं
सबकी परवाह करते करते कहीं,बेपरवाह सी मैं, भूल गयी खुदके सपनों को कहीं,सबकी सेवा में मैं। काश कोई मुझे भी समझे, जैसे समझतीं हूं मैं, कोई मेरा भी हरदम रखे ख्याल,जैसे रखती हूं मैं।

Paperwiff

by poonamchoureyupadhyay

18 Jan, 2021

मेरे सपने

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