Pooja Garg
24 Sep, 2022
बेटियाँ
दस साल पहले आंगन मे खिली कली थी एक
खुशियाॅ जीवन मे आई अनेक,,
मातृत्व का सुख दिया था तूने
मुझे परिपूर्ण किया था तूने,
छम छम पायल तू छमकाती थी
मेरी चुनरी ओड़ बहुत इठलाती थी,
गुड्डा गुड़िया तुझे बहुत भाये
अपने पापा की परी कहलाए,
उम्र बढ़ेगी पर अपना बचपन जगाए रखना
अपने हर रिश्ते को सजाएँ रखना,
भाई की प्यारी बहना है माँ बाप की राज दुलारी
मुझे मेरी बिटिया लगे सारे जग से प्यारी ।।।
Paperwiff
by poojagarg
24 Sep, 2022
बेटी दिवस
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