यह ख्याल,अल्फ़ाज़,जज़्बात जाना

यह ख्याल,अल्फ़ाज़,जज़्बात जाना

Originally published in hi
Reactions 0
381
pankaj jain
pankaj jain 01 May, 2020 | 1 min read

कौन नही चाहता,यहाँ सुधर जाना

लाज़िम होगा अब मेरा मर जाना

हमसफ़र के इंतज़ार में खड़ा रहा

भूल ही गया,कहा था मुझे जाना

हम बनकर तो रिश्ता निभा नही

सही रहेगा, मैं और तुम बन जाना

क्या सब सच लिखा होगा पंकज ने

यह ख्याल,अल्फ़ाज़,जज़्बात जाना

By Pankaj Jain

Ig handle:- @pj_paper

0 likes

Published By

pankaj jain

pankaj8d4a

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.