Sourav Pradhan
23 Mar, 2023
विश्वाश
जीवन मे हमेशा एक दुसरे को समझने का प्रयत्न करो
परखने का नेहि
''विश्वाश'' मे ''विष'' भी है ओर ''आस'' भी है यह स्वयं पर निर्भर करता हेँ कि
केया ग्रहन करना है अर केया छोडना हेँ।
Paperwiff
by nvacreator
23 Mar, 2023
विश्वाश
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