सिर्फ तुमसे

सिर्फ तुमसे ही दिल्लगी,तुमसे ही खुशी , सब कुछ तुम. ये खयाल आता है जब जब्बाब में आशिक का प्यार उसके पास आता है । यह शायरी ऐसे हि प्यार ऐसे ही इजहार ऐसी ही चाहत से जुड़ी हुए है। धन्यवाद । नेहा यादव।

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Neha yadav
Neha yadav 21 May, 2022 | 0 mins read

सिर्फ तुमसे ये दिल्लगी है मेरी

सिर्फ तुमसे ये हसीं है मेरी

तुम हो तो ये जिंदगी है मेरी

सिर्फ तुमसे ये दिल्लगी है मेरी

कभी न जाना मुझे छोड़कर

सिर्फ तुमसे ही तो खुशी है मेरी

सिर्फ तुमसे सजी है ये दुनिया मेरी

सिर्फ तुमसे ही तो सज़ा है मेरा ये संसार

सिर्फ तुमसे ही तो है एतबार

क्योंकि सिर्फ तुमसे ही तो है प्यार ।।।


नेहा यादव।









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Neha yadav

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