पहले मीडिया का दायरा था बहुत सीमित ....
धीरे-धीरे इसका विस्तार बड़ा...
समाचार पत्रों, मनोरंजन, संगीत ,खेलकूद में
अब सभी का रूझान बढ़ा...
संकटकाल की परिस्थिति में ....
बनकर,सबसे प्रिय दोस्त बना....
रामायण ,महाभारत, मोगली ...दोबारा देख,,, बचपन का रुआब बढ़ा...
अब तो इतने विकल्प बढे़..... रिमोट हाथ लेकर चैनल बदलते रहें....
जब मन हो मोबाइल लेकर... हॉटस्टार ,गुगल से अपडेट हो जाएं....
किचन में कितने भी काम करें ....
झटपट रेडियो मे फम चल जाए...
कैसा भी हो काम-उबाऊ ....
संगीत सुनकर ,,मन बागबान हो जाए...
चलो अब थोड़ा हंस पडते है ....कपिल शर्मा शो हो जाए ..... अखबारों में जान हैं बसती. बिना पढ़े राहत ना मिलती...
जानकारी का भरा खजाना ....
बच्चो थोड़ा ध्यान से सुनना ...
अखबारो में सूचना ,खेलकूद ,राजनीति से...
होगा विस्तार ....नये शब्द तुम्हें मिलेंगे....
अखबार हिंदी या अंग्रेजी का लेना...
कहानी ,सुडोकू, खेलकूद में अपना दिमाग दौड़ना अपना- अपना ज्ञान बढाना....
सूचनाओं व आंकड़ों को थोड़ा और सुरक्षित करे एक ही बात को इतनी बार तो ना दिखाओ ....
टीआरपी की दौड़ में गलत जानकारी ना फैलाओ बिन सही तथ्यों के ऐसे ही निष्कर्ष ना निकालो ...
सही जानकारी ही दर्शकों को दिखाएं......
@नेहादीप💐💐
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
वाह, बढ़िया
धन्यवाद अर्चना जी☺☺
Well penned
Thanks sonuu ji💐💐
nice
Thanks babita ji💐💐
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